
"ढेबरा, तांत्रिक और सत्यभामा: काली चौदस के विविध रंग" || Kali Chaudas is also called Narak Chaturdashi...

काली चौदस: गुजरात की रहस्यमयी संध्या प्रियंवदा ! आजका दिन ऐसा है कि लगभग पूरे गुजरात मे आज कोई भी उजियारा होने से …
काली चौदस: गुजरात की रहस्यमयी संध्या प्रियंवदा ! आजका दिन ऐसा है कि लगभग पूरे गुजरात मे आज कोई भी उजियारा होने से …
एक सामान्य लेकिन असामान्य दिन अरे आज का तो क्या दिन गया है ! सवेरे से माता लक्ष्मी आ रही है, जा रही है.. और चार बज…
दीपावली की प्रतीक्षा और स्मृति प्रियंवदा ! त्योहारों की साम्राज्ञी दीपावली बस अब कुछ दिन ही दूर है। हर्ष और खुशाली…
बचपन की दोस्ती और किशोरावस्था की मस्ती प्रियंवदा ! मेरे मित्रो का परिघ बहुत सीमित है। हमारा वो "तीन तिगाड़ा का…
चर्चाओं से निकलती कहानियाँ किसी से चर्चाए करो न तो कुछ न कुछ विषय निकल ही आता है लिखने के लिए.. कभी कभी दुःख या सं…
कवियों की दुनिया और उनकी कल्पना प्रियंवदा ! यह जो मनमे भाव इतनी त्वरा से उथलपुथल हो रहे है, अब मुझे इनका व्यसन हो …
અલફાઝોના ગુલાલમાંથી ગુજરી ભાષાની અટકળ આજ કોઈએ ટપાર્યો, "તમારા ગુજરાતી શબ્દો ક્યાં ગયા?" મેં બસ એમ કહી વાતને ટ…
जब 'बाह्य रूप' ही पहले दृष्टि में उतरता है प्रियंवदा ! कुछ बाते है जो सिर्फ वैचारिक दृष्टि या विचारो तक ही…
प्रियंवदा, आज कुछ सूझ ही नहीं रहा.. प्रियंवदा... भयंकर खालीपन छाया है.. विचार लाने के लिए भी विचार करने पड़ रहे है।…
"‘वरदान’ की वियोगिनी कथा: प्रेमचंद के कथानक में डूबता एक पाठक" आजका दिन.. जैसा प्रत्येक सोमवार बीतता है …