
अधुरो घड़ो छलके : KYC, इंतजार और असफल लेखक की दूसरी किताब || दिलायरी : 22/08/2025

अधुरो घड़ो छलके – आधा ज्ञान और अधूरा व्यक्तित्व जमा खाली था प्रियंवदा आज तो, बिलकुल ही खाली..! करने को कुछ भी काम …
अधुरो घड़ो छलके – आधा ज्ञान और अधूरा व्यक्तित्व जमा खाली था प्रियंवदा आज तो, बिलकुल ही खाली..! करने को कुछ भी काम …
टेंशन – क्या यह वाकई इंटरेस्टिंग हो सकता है? प्रियंवदा ! टेंशन हो वह इंटरस्टिंग कैसे हो सकता है? मुझे तो समझ नहीं …
तेज बरसात और ठंडी हवाओं का जादू अभी अभी वेगवंती वर्षा हुई है प्रियंवदा ! कुछ देर तो ऐसा लगा था, जैसे इस वर्षा की ज…
मौसम और मन की उलझनें प्रियंवदा ! मौसम को पलटते देर कहाँ लगती है? वो भी तुम्हारी ही तरह पहले कुछ और था, अब कुछ और..…
ડૉ. નિમિત્ત ઓઝાની સટોરી... જો માનસિક શાંતિ અને પ્રસન્નતા જ આપણું અંતિમ લક્ષ્ય હોય, તો ત્યાં સુધી પહોંચવાનો રસ્તો આત્મ …
31 दिनों की डायरी, 31 भावनात्मक मुलाक़ातें... यह किताब उन अनकहे एहसासों की आवाज़ है जो हर किसी के दिल में कहीं न कहीं दबे होते हैं। अगर आपने कभी अकेले में अपने आप से बात की हो, तो ये किताब आपके बहुत क़रीब लगेगी।
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