रविवार की दास्तान: मॉल की खरीदारी, बाइक पर सफर और पंचायत की चौथी रुत || दिलायरी : 29/06/2025
June 30, 2025
रविवार की दास्तान: मॉल की खरीदारी, बाइक पर सफर और पंचायत की चौथी रुत सुबह का श्रम और आलस का संगम बताओ, काना बहरे क…
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June 30, 2025
रविवार की दास्तान: मॉल की खरीदारी, बाइक पर सफर और पंचायत की चौथी रुत सुबह का श्रम और आलस का संगम बताओ, काना बहरे क…
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June 29, 2025
अधिकार भाव – प्रेम या बोझ? प्रियंवदा ! अधिकार भाव कितना सहज है.. हम अपनी वस्तु से लेकर अपने साथी तक पर अधिकार भाव …
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June 28, 2025
आषाढ़ी बीज की एक सांझ: रथयात्रा, उमस, मच्छर और उड़ते विचार आषाढ़ी बीज पर ऑफिस की एक व्यस्त दास्तान समय हो चूका सायं…
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June 27, 2025
आज की दिलायरी – मौसम, मन और मौन प्रियंवदा ! दो दिन से बारिश बंद है, लेकिन गर्मी बहुत ज्यादा है। जैसे छुट्टियों से …
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June 26, 2025
देर रात की गलतफहमी और सुबह की बेचैनी पाप या पुण्य? कल रात ऑफिस पर ही साढ़े दस बज गए थे। गलती से ही बजा दिए थे, गलतफ…
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June 25, 2025
मंगलवार की शुरुआत: भीड़, रंगरोगन और दर्शन मंगलवार तो बड़ा ही भारी निकला प्रियंवदा ! सोचा नहीं था कि दिनभर में इतनी …
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June 24, 2025
प्रियंवदा के नाम – एक भावनात्मक शुरुआत पहले कौन.. चुम्बक या चुम्बन? प्रियंवदा ! हम फिर से आ गइल बानी, तोहार छाया …
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June 23, 2025
गुजराती मानसून की ‘चिंथड़े हाल’ बारिश मुअनजोदड़ो पढ़ते दिलावरसिंह..! गजब की बारिश हुई है। गुजराती में एक प्रसिद्ध कह…
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June 22, 2025
कम्फर्टज़ोन: एक मीठा बंधन या भविष्य की देरी? मौसम तो ऐसा है प्रियंवदा ! दिल गार्डन गार्डन हो रिया है। सुबह से लेकर…
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June 21, 2025
"प्रियंवदा! आज विचारों ने हड़ताल कर दी है" ऐसा है, दो दिन से अपनी ही पुरानी पोस्ट्स पढ़कर, कुछ खुद के भीत…
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June 20, 2025
एक मनमौजी की दुनिया में ३६० डिग्री का मोड़ कभी कभी आदमी ३६० डिग्री घूम जाता है, लेकिन उसे पता नहीं चलता। जब कोई टप…
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June 19, 2025
बरसात, सपने और ऑफिस की दास्तान: प्रियंवदा को लिखी एक दिलायरी जब कम्पनी ने पगार वसूली: दफ्तर की एक आम दोपहर आज कम्प…
31 दिनों की डायरी, 31 भावनात्मक मुलाक़ातें... यह किताब उन अनकहे एहसासों की आवाज़ है जो हर किसी के दिल में कहीं न कहीं दबे होते हैं। अगर आपने कभी अकेले में अपने आप से बात की हो, तो ये किताब आपके बहुत क़रीब लगेगी।
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